दल से दलदल हो जाएंगे
अब इनको समझाए कौन
कोकूनो की इस बस्ती में
आकर शमा जलाए कौन

देव

देव – कारकून

ने फैंकी बीठ

हरि-जन ने लपकी

अशुद्ध हुई

5100 जुर्माना

स्वाधीन देश जड़ जनता मूढ़ प्रदेश

अरे कारकूनो!

कोकून से निकलो

बीठ और पीठ से

दल बनेंगे देश नहीं

दल से दलदल और रसातल

को जाओगे

बचना है कुछ शेष नहीं

जागो  ! कारकूनो जागो !!

देव – कारकून

ने फैंकी बीठ

हरि-जन ने लपकी

अशुद्ध हुई!!!

प्रीति राघव चौहान

 

 

 

VIAPriti Raghav Chauhan
SOURCEप्रीति राघव चौहान
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नाम:प्रीति राघव चौहान शिक्षा :एम. ए. (हिन्दी) बी. एड. एक रचनाकार सदैव अपनी कृतियों के रूप में जीवित रहता है। वह सदैव नित नूतन की खोज में रहता है। तमाम अवरोधों और संघर्षों के बावजूद ये बंजारा पूर्णतः मोक्ष की चाह में निरन्तर प्रयास रत रहता है। ऐसी ही एक रचनाकार प्रीति राघव चौहान मध्यम वर्ग से जुड़ी अनूठी रचनाकार हैं।इन्होंने फर्श से अर्श तक विभिन्न रचनायें लिखीं है ।1989 से ये लेखन कार्य में सक्रिय हैं। 2013 से इन्होंने ऑनलाइन लेखन में प्रवेश किया । अनंत यात्रा, ब्लॉग -अनंतयात्रा. कॉम, योर कोट इन व प्रीतिराघवचौहान. कॉम, व हिन्दीस्पीकिंग ट्री पर ये निरन्तर सक्रिय रहती हैं ।इनकी रचनायें चाहे वो कवितायें हों या कहानी लेख हों या विचार सभी के मन को आन्दोलित करने में समर्थ हैं ।किसी नदी की भांति इनकी सृजन क्षमता शनै:शनै: बढ़ती ही जा रही है ।

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