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वो आखिरी ख़त
जब छोड़ा शहर तेरा मैंने
तेरा मन ही मन घबराना
उस सर्पिल पगडंडी पर
तेरा पीछे पीछे आना
कैसे भूल मैं सकती हूँ
वो नम राहें वो भारी दिन
वो...
पहली बारिश
पहली बारिश
सौंधी गंध
रोज बरसात
धुल गये छंद
गुड़हल फूले
चहुँदिस मकरंद
पहली बारिश
सौंधी गंध
धुले घाट
उखड़े बाट
गाड़ी के छींटे...
कदम गिनो भाई कदम गिनो
कदम गिनो भाई कदम गिनो
कदम गिनो भाई कदम गिनो
आगे बढ़ते कदम गिनो
विद्यालय है कितनी दूर
चलो...
छुट्टियाँ
छुट्टियाँ
छुट्टियाँ शुरु होते ही मन बल्लियों उछलने लगता हैं। ढेरों योजनाएं बनाई जाती हैं। हर बार की तरह छुट्टियों में भी बहुत सारे काम...
उत्कर्ष
प्रीति राघव चौहान उत्कर्ष
PritiRaghavChauhan
प्रीति राघव चौहान
उत्कर्ष
कोलाहल चहुंओर व्याप्त है द्वंद चतुर्दिक घेरे
मैं और मैं की अमराई में निस दिन लगते फेरे
तू- तू...
सक्षम हेतु प्राथमिक कक्षाओं के लिए सर्वनाम
सक्षम हेतु कार्यपत्रक
विषय हिंदी (प्राथमिक वर्ग के लिए)
सर्वनाम और उसके प्रयोग
1) _इन्होंने ___ आपका घर देखा है वाक्य में रेखांकित पद है?
क) संज्ञा ख)...
चंद अशआर
चंद अशआर
मैं शिकायत भी करता तो भला किससे
मैंने मोहब्बत की और मैं मकतल में हूँ
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अब उसको मुझसे शिकायत न होगी
ज़िन्दा है वो मैंने मरकर...
उस द्वार के पार
उस द्वार के पार
रह जाएंगे
सारे वहम्
सारे अहम्
संग्रह सभी विचारों के
सब गठरियाँ
सब ठठरियाँ
पत्थर सभी
मजारों के
उस द्वार के पार
रह जाायेंगे .. प्रीति राघव चौहान ।
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मैं वतन का हूँ सिपाही बाल कविता
मैं वतन का हूं सिपाही
मैं वतन का हूँ सिपाही
यह वतन हमदम मेरा
इसके सजदे करते-करते
बीते यह जीवन मेरा
मैं वतन का...
Main vatan ka hun sipahi
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देता रहा दस्तक वो
बेसबब उसकी हर बात को लेते गये तयशुदा उसको लम्हात ही भेजे गये
देता रहा दस्तक वो खामोश सा चेहरा जज़्बातों को उसके तजुर्बात सा...
वक्त आंधी अपनी रफ़्तार से बढ़ती गई