हिन्दी वीरों की बोली
हिंदी वीरों की बोली
हिंदी वीरों की है बोली,
कितनी इसने गाथा खोली।
रणभूमि में जो गरजे सिंह से ,
उनकी भाषा हिंदी बोली।
राणा, शिवा, लक्ष्मीबाई,
सिंह गर्जना करते...
सीमा त्रिखा का वादा शिक्षा का सूरज चमकेगा ज्यादा
निपुण भारत के अन्तर्गत चल रहा मूलभूत साक्षरता व संख्या ज्ञान मिशन ने अब सही मायने में प्रगति पथ पर रफ्तार पकड़ रहा है।...
क्या हरिद्वार जाना है ? जानें क्या नहीं करना?
हरि के चरण जहाँ हों वहाँ उस पवन पावन धाम पर कौन नहीं जाना चाहेगा भला!विष्णु के इस द्वार पर अपने जीवन में कम...
निपुण भारत नया भारत (मिशन मोड में भारतीय शिक्षा नीति)
जानकर परिवेश उसका
करें उसके दिल की बात
रोज-रोज, कदम दर कदम
चलना होगा उसके साथ
क्या सीखा? कितना सीखा?
और क्या बाकी अभी?
सीखने होंगे हमें
उसके अपने शब्द...
पचमढ़ी
आज भी उस दिन को याद
करती हूँ तो मन खुशी से भर जाता है जब हमारी कक्षा की शिक्षिका ने कहा कि तुम्हें पचमढ़ी...
आज का विचार
सरलता रंगों का स्वाभाविक गुण है। चाहे किसी भी रंग में मिलाओ ये सहज ही दूसरे में विलय हो जाते हैं। अतः सरल बनो।
चलो एक बार…
चलो एक बार फिर
भरें उड़ान
हौसलों से भर लो पर
रंग बिरंगे रंग ओढ़ कर
पुरातन पंथी ढंग छोड़कर
चलो फिर भरें उड़ान
तुम अनूठी हो
अद्भुत है तुममे साहस
करो...
इस काल का वरण करें /IndianCricketTeam
इसकाल का वरण करें
जीत के आकाश से
विजय कुसुम नहीं तो क्या
क्षण वो शंखनाद के
बना नहीं सके तो क्या
निशीथ के अंधेरों में
नव किरण नहीं तो...
मैंने देखा एक पहाड़ कटा-कटा
मैंने देखा
एक बड़ा सा पहाड़
कटा- कटा
केक जैसा
मैंने देखा
पहाड़ पर झरना
रुका- रुका
घर के नल जैसा
मैंने देखी नदी
स्कूल के आगे बने नाले जैसी
मैंने देखा समुन्दर
गाँव के...
मेवाती
दो दिन से लंच बॉक्स स्कूल में भूलरही थी तीसरे दिन फिर एक बैग और लंच बॉक्स लिए वह स्कूल पहुंची। विद्यालय के सभी...
हिन्दी में अल्पज्ञ ए आई
हिन्दी में अल्पज्ञ ए आई
AI आज के दौर का आधुनिक मानव निर्मित इंसान.. हर क्षेत्र में तेजी से अपने पैर पसार रही है। लेकिन...
फोन का उपवास
#फोन चलो आज फोन का उपवास करते हैं
https://pritiraghavchauhan...
चलो आज फोन का उपवास करते हैं
चलो आज फोन का उपवास करते हैं
नहीं देखेंगे व्हाट्सएप चैट
ना देखेंगे...
किताबें
किताबें
किताबों में किस्से हैं कलमा है चौपाई भी
तेरी मेरी इसकी उसकी सी लगती कविताई भी
किताबों में कल है रोमांचक पल हैं
काले हर्फ़ों में लिखें...
उम्र भर जिनको तराशा इंसान बनाकर रात दिन देखते...
2मार्च 2009..एक मुस्लिम बहुल इलाके में छत्तीस वर्ष की आयु में गैस्ट टीचर के रूप में नियुक्ति। सुना था मिनी पाकिस्तान है! किन्तु पहुंचने...