क्या है काशी?

क्या है काशी?

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जब जीवन ने पहली साँस ली,

गंगा के तट पर काशी बसी।

संस्कारों का दीप जला,

ज्ञान की गंगा यहाँ बही।

 

हर गली में इतिहास गूँजता,

हर कोने में हैं वेद बसे।

संतों के चरणों की रज में,

जीवन का सार बहे।

 

माँ गंगा की लहरों का संग,

देखे हैं कितने अद्भुत रंग।

 हर घाट की नई कहानी है

जीवन और मुक्ति प्रसंग ।

 

ज्ञान की देवी यहाँ मुस्काए,

सारनाथ में बुद्ध उपदेश सुनाए।

जहाँ धर्मचक्र ने गति पाई,

वही भूमि हमें सत्य दिखाए।

 

 

काशी न केवल एक शहर है,

यह समय का शाश्वत पहर है।

यहाँ जन्म से लेकर मृत्यु तक,

हर क्षण में अध्यात्म की लहर है।

 

चाहूँगी सभी काशी में 

एक बार जरूर आएँ

जीवन को फिर से जाने

एक नई पहचान दिलाएँ

 

 

VIAप्रीति राघव चौहान
SOURCEPRITI RAGHAV CHAUHAN
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नाम:प्रीति राघव चौहान शिक्षा :एम. ए. (हिन्दी) बी. एड. एक रचनाकार सदैव अपनी कृतियों के रूप में जीवित रहता है। वह सदैव नित नूतन की खोज में रहता है। तमाम अवरोधों और संघर्षों के बावजूद ये बंजारा पूर्णतः मोक्ष की चाह में निरन्तर प्रयास रत रहता है। ऐसी ही एक रचनाकार प्रीति राघव चौहान मध्यम वर्ग से जुड़ी अनूठी रचनाकार हैं।इन्होंने फर्श से अर्श तक विभिन्न रचनायें लिखीं है ।1989 से ये लेखन कार्य में सक्रिय हैं। 2013 से इन्होंने ऑनलाइन लेखन में प्रवेश किया । अनंत यात्रा, ब्लॉग -अनंतयात्रा. कॉम, योर कोट इन व प्रीतिराघवचौहान. कॉम, व हिन्दीस्पीकिंग ट्री पर ये निरन्तर सक्रिय रहती हैं ।इनकी रचनायें चाहे वो कवितायें हों या कहानी लेख हों या विचार सभी के मन को आन्दोलित करने में समर्थ हैं ।किसी नदी की भांति इनकी सृजन क्षमता शनै:शनै: बढ़ती ही जा रही है ।

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