मनु पुत्र
हे मनु पुत्र तुम सृष्टि रचयिता
बनो इसमें संदेह नहीं
धरा पुत्र कहलाओगे
यह इस धारिणि के मूक वचन
मंगल विजय करो
या बुलैट गति से घूमों तुम
बम बनाओ...
Biometric attendance
बायो गैस
बायो वेस्ट
बायो टैक
और बायो डायवर्सिटी
के बाद नयी सोच
नयी उमंग के साथ
तरोताज़ा प्रयोग
बायोमैट्रिक हाजिरी
गुरुजन और अनुशासन
पर्याय एक दूजे के
अब अपनी उपस्थिति
अंगूठे से करायेंगे
अंगूठा छलनी...
आप सदा पूज्य हैं
सुबह सवेरे नहीं कर सकी वंदन
चरण रज दूर थी
अभिवादन भी लगा औपचारिक
क्योंकि कुछ नया नहीं था पास
दर्द बांट नहीं सकती
और
सुन कर दर्द
दर्द बहुत होता...
मैं वतन का हूँ सिपाही बाल कविता
मैं वतन का हूं सिपाही
मैं वतन का हूँ सिपाही
यह वतन हमदम मेरा
इसके सजदे करते-करते
बीते यह जीवन मेरा
मैं वतन का...
बसंती है बयार नाचता हर सूँ तिरंगा है
ज़िन्दगी चन्द पल की मेहमान है
खुद से मिलें या मिलें जमाने से
कह दो उनसे बहुत मसरूफ़* हैं हम
वो जो आते...
मैंने हिंदू देखे मैंने मुसलमां देखे
मैंने हिंदू देखे मैंने मुसलमां देखे अपनी ही भूख से सारे पशेमां देखे
गाँव के जोहड़ दुकानों में तब्दील हैं ...
देता रहा दस्तक वो
बेसबब उसकी हर बात को लेते गये तयशुदा उसको लम्हात ही भेजे गये
देता रहा दस्तक वो खामोश सा चेहरा जज़्बातों को उसके तजुर्बात सा...
जरा मुस्कुराओ
वह अपने घर के सोफे में
ठीक ऐसे ही टँकी थी
जैसे उसके पीछे टँगी तस्वीर
जो मुस्कुराकर झांक रही थी मेज में
मुस्कुराती तस्वीर
सचमुच गजब ढा रही...


















