Tag: Priti Raghav Chauhan
आज का विचार
नया करने के लिए पुराने को छोड़ना जरूरी नहीं, इसे अपनी पहली सीढ़ी बना लें।
माउंट आबू
माउंट आबू
अंग्रेजी शासन काल
में बने परित्यक्त भग्नावेशों
से होकर गुजरते
माउंट आबू के शांत रास्ते
भारतीय वास्तु कला की
बेजोड़ मिसाल दिलवाड़ा
से...
मोदी के बहाने
आज किसी ने कहा...
वो कहीं बाहर गए थे
दिल्ली में
कुछ लोग मोदी की
दिल खोलकर बुराई कर रहे थे
दिल को बड़ी तसल्ली हुई
हमने कहा दिल...
बचपन और बाली
बचपन और बाली
खेत और खेल
सूरज तक हेल*
बचपन सी बालियाँ*
बालियों की बेल
नन्हीं उंगलियाँ
अनजान फांस से
*सिल्लो की आस में
जाती बना रेल
बस्ता बाट पर
*बाट रहा जोहता
निगल न...
मैंक्यों रुकूँ???
मैं क्यों रुकूँ, मैं क्यों झुकूँ..
दूसरे की ताल पर गीत कोई
क्यों लिखूँ
माना बड़ी उड़ान है
...