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फोन का उपवास
#फोन चलो आज फोन का उपवास करते हैं
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चलो आज फोन का उपवास करते हैं
चलो आज फोन का उपवास करते हैं
नहीं देखेंगे व्हाट्सएप चैट
ना देखेंगे...
जीवन में कैसे करें तय नई दिशा
बीज से अंकुर, अंकुर से पौध और पौधे से वृक्ष… कभी सोचा है? सब कैसे होता चला जाता है? जैसा पर्यावरण, जैसी परिस्थितियां वैसा...
सरिस्का का जंगल
.. रास्ते में जंगल
जंगल के बीच रास्ता
सचमुच अद्भुत था
डिज्नीलैंड से भी
मोहक थे नजारे
सूखी हुई धरती की
वो छटा अब...
Golden Bowl
Pritiraghav Chauhan सुनहरी कटोरा
“मम्मी, बुरा ना मानो तो एक चीज मांगू।” शादी के चार साल बाद नेहा ने माँ से कहा।
“हां बोल क्या चाहिए?”
“तुम...
Aaj ka vichar
जहालत इक सिफर है
निकलना है इससे
चलो मिलकर इन
स्याह तीलों को मिटाएँ
आज का विचार
वो सृष्टि है
वो वृष्टि है
नित नूतन
वो दृष्टि है
सिंदूरी रंग
टिकुली में ले
वो सम्पूर्ण
समष्टि है
प्रीति राघव चौहान
चित्रांकन :आरुषि चौहान
बोलो रानी/जीजिविषा
जीजिविषा रोज रचती है
आड़ी तिरछी लकीरों से
काले नीले लाल पीले
सतरंगी सुनहरे पल…
रास्तों की कालिख
धोने को हाथ हैं
मशीन भी...
नाचें अंबर और गुड़िया/बारिश /बाल कविता
वृक्ष मगन सब देख घिरे घन
नाचें अंबर और गुड़िया
निकले घर से चुन्नू मुन्नू
जादू की लेने पुड़िया
दादी रोकें मम्मी टोके
बारिश में तुम न जाना
ठंडी लग...
स्वतंत्रता दिवस पर दिल से
बात जब जश्न ए आजादी की चली है तो चलो हम भी कह दें..
तिरंगा शान है मेरी तिरंगा जान है मेरी
इसके रहते मुझे...
मोनालिसा
मोनालिसा
तुम अपने घर के सोफे में
ठीक यूँ टंकी थी
जैसे तुम्हारे पीछे टँकी
मोनालिसा की तस्वीर
जो मुस्कुराकर झांक रही थी
सामने रखी मेज में
सचमुच गजब ढा रही...