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मैं उसकी आँख का पानी हूँ (शहीद उधम सिंह की आँखों...
मैं उसकी आँख का पानी हूँ
बोलो कैसे मर सकता हूँ
उसकी पुरजोर जवानी हूँ
बोलो कैसे मर सकता हूँ
है चॉक कलेजा सुनकर ही
उसकी आँखों देखी गाथा
रक्त...
पढ़ो आगे बढ़ो
बच्चों तुमको पढ़ना है
सबसे आगे बढ़ाना है
हर दिन मेहनत करनी है
तारों सा तुम्हें चमकना है
बच्चों तुमको पढ़ना है
सबसे आगे बढ़ना है
हर पन्ने में नए...
WORD CUP 2016
कालू जी की मूँछ
कालू जी ने खूब बढ़ाई
लम्बी लम्बी मूँछ
चले अकड़ कर घर से
बाहर होगी मेरी पूंछ
मुर्रा जैसे...
निपुण भारत नया भारत (मिशन मोड में भारतीय शिक्षा नीति)
जानकर परिवेश उसका
करें उसके दिल की बात
रोज-रोज, कदम दर कदम
चलना होगा उसके साथ
क्या सीखा?...
आज का विचार
जब राह न
सूझे तो विश्राम कर...
WRC Rally Cup
काशी के बुनकर
हंथकरघा जहाँ गाता धुनों का राग,
हर ताना-बाना कहता है दिल की बात।
सूरज सी रेशम किरणों...
छुट्टियाँ
छुट्टियाँ
छुट्टियाँ शुरु होते ही मन बल्लियों उछलने लगता हैं। ढेरों योजनाएं बनाई जाती हैं। हर...
SPORT NEWS
HEALTH & FITNESS
CYCLING TOUR
अब्बू के नाम
02अप्रैल2018
प्यारे अब्बा जी के नाम
रेवासन, नूंह।
मेरे प्यारे अब्बा जी,
अस्सलाम वालेकुम।
अल्लाह आपको सलामत रखे। अब्बा जी मैंने अपनी दूसरी कक्षा का इम्तिहान अच्छे नम्बरों से...
पानी
पानी.. पानी
पानी
हुई पुरानी ताल-तलैया,
हुए पुराने कुएं जी।
नल ही नल हैं अब तो घर-घर
कहाँ रहे वो झरने जी।
पानी ले जाती पनिहारिन
हवा न जाने कहाँ हुई
बोतल...
गाँव का बाशिंदा
माना कि साल अभी नया नया सा है
चहूँ ओर कोहरे का छाया धुँआ सा है
मेरा दर मेरी खिड़की बंद है बेज़ा नहीं
बाहर सर्द समन्दर...
दस्तक
दस्तक जीवन की मजारों पर
अक्सर अनसुनी हो जाती हैं
खुशनुमा दिनों की शमा
हर रात पिघल जाती है
मुरझा जाते हैं गुल सूखती स्मृति से
जीती जागती कुछ...
वैदिक युग से शुरु हुई मैं संस्कृत प्राकृत की चेरी
वैदिक युग से शुरु हुई मैं
संस्कृत प्राकृत की चेरी
आर्य नादों में बजती थी
मेरे सुर की रणभेरी
सिन्धु देश में अश्वमेघ
सम छाप मिलेगी मेरी
अपभ्रंश और अवधी...
TENNIS
अरण्य-रोदन (भाग – 1 कठौती)
अरण्य-रोदन
भाग – 1
कठौती
रोज की भांति सड़क आज भी सीधी सपाट थी। कुछ भी ऐसा देखने लायक नहीं था जो किसी राहगीर...
अरण्य-रोदन
आज का सुविचार
सृजनात्मकता व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार लाती है और उसकी जिजीविषा को भी बढ़ाती है।
सृजनात्मकता
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मशरूम जो बदल देगी जीवन
आयस्टर मशरूम की खेती एक लाभकारी व्यवसाय है, जिसे छोटे निवेश के साथ भी शुरू किया जा सकता है। यह मशरूम अपनी पौष्टिकता, स्वाद और बाजार में मांग के कारण लोकप्रिय है। इसे घर...
जमाने के चलन देखे
जमाने के चलन देखे PritiRaghav Chauhan जमाने के चलन देखे नई कविता
जमाने के चलन देखे
जमाने के चलन देखे
PRITI RAGHAV CHAUHAN
जमाने के चलन देखे
खिले साहब चमन देखे
मगर वह देख ना पाये
जो ठहरा सा लबों पर...
काशी में शिक्षा
नव भारत ने पकड़ ली
अब विकास की राह,
वाराणसी में दिखा
शिक्षा का नया प्रवाह।
देखे हमने विद्यालयों में
नवजागरण स्वर,
निपुण भारत का सपना
हर बच्चा हो आत्मनिर्भर
कार्यकलापों से सीख रहे हैं
वो जीवन का मर्म,
शिक्षा आज जगा रही
है नवचेतना...
काशी के बुनकर
हंथकरघा जहाँ गाता धुनों का राग,
हर ताना-बाना कहता है दिल की बात।
सूरज सी रेशम किरणों से बुनकर के वो खेल,
मेहनत और कारीगरी का अविरत अनुपम मेल।
हथकरघा चला रहे जैसे सरगम का तार,
उनकी खड्डी पर...
क्या है काशी?
जब जीवन ने पहली साँस ली,
गंगा के तट पर काशी बसी।
संस्कारों का दीप जला,
ज्ञान की गंगा यहाँ बही।
हर गली में इतिहास गूँजता,
हर कोने में हैं वेद बसे।
संतों के चरणों की रज में,
जीवन का सार...