आज नए संकल्प बनाएँ 3/01/2022

हर चेहरे पर हो मुस्काने

 आज नए संकल्प बनाएँ 

जीवन के बंजारेपन को

अब एक नया मुकाम दिलाएँ

हर चेहरे पर हो मुस्काने

आज नए संकल्प बनाएँ -2

उसकी जिद है गर पाना तो

दे दें इक आकाश उसे हम

खोलें ताले बंद किवाड़ें

हर घर हो आजाद हवाएँ 

हर चेहरे पर हो मुस्काने

 आज नए संकल्प बनाएँ – 2

सच्चाई और धीरज आगे 

चली भला कब किसकी है 

इंसानों की अंधी बस्ती को

अब चलकर ये राज बताएँ 

हर चेहरे पर हो मुस्काने

आज नए संकल्प बनाएँ – 2

तट पर एकाकी नाव खड़ी

माना समक्ष तम सागर है 

प्रथम किरण बनकर सूरज की

नभ के तम को चलो मिटाएँ 

हर चेहरे पर हो मुस्काने

 आज नए संकल्प बनाएँ -2

“प्रीति राघव चौहान” 

3/01/2022

गुरुग्राम

 

VIAPritiRaghavChauhan
SOURCEप्रीति राघव चौहान
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नाम:प्रीति राघव चौहान शिक्षा :एम. ए. (हिन्दी) बी. एड. एक रचनाकार सदैव अपनी कृतियों के रूप में जीवित रहता है। वह सदैव नित नूतन की खोज में रहता है। तमाम अवरोधों और संघर्षों के बावजूद ये बंजारा पूर्णतः मोक्ष की चाह में निरन्तर प्रयास रत रहता है। ऐसी ही एक रचनाकार प्रीति राघव चौहान मध्यम वर्ग से जुड़ी अनूठी रचनाकार हैं।इन्होंने फर्श से अर्श तक विभिन्न रचनायें लिखीं है ।1989 से ये लेखन कार्य में सक्रिय हैं। 2013 से इन्होंने ऑनलाइन लेखन में प्रवेश किया । अनंत यात्रा, ब्लॉग -अनंतयात्रा. कॉम, योर कोट इन व प्रीतिराघवचौहान. कॉम, व हिन्दीस्पीकिंग ट्री पर ये निरन्तर सक्रिय रहती हैं ।इनकी रचनायें चाहे वो कवितायें हों या कहानी लेख हों या विचार सभी के मन को आन्दोलित करने में समर्थ हैं ।किसी नदी की भांति इनकी सृजन क्षमता शनै:शनै: बढ़ती ही जा रही है ।

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