आओ बच्चों कुछ अनोखा कर दिखाएं चलो मिल जुल कर धरती दिवस मनाएं बो दें एक बीज हरितिमा का आंगन में आने वाले कल को चलो अभी बचाएं आओ बच्चों कुछ अनोखा कर दिखाएं प्लास्टिक को कहें न थैले में सब्जी लाएं घर के हर कोनो को खुशियों से सजाएं आओ बच्चों कुछ अनोखा कर दिखाएं पुरानी चीज़ों को सीखे नया बनाना ज्यादा के मोह से खुद को सदा बचाएं आओ बच्चों कुछ अनोखा कर दिखाएं स्वच्छ रहे स्वच्छ रखें अपनी इस धरा को चलो ये नारा घर घर पहुंचाएं आओ बच्चों कुछ अनोखा कर दिखाएं चलो मिल जुल कर धरती दिवस मनाएं “ प्रीति राघव चौहान”